पंचशील प्रकाशन sentence in Hindi
pronunciation: [ pencheshil perkaashen ]
Examples
- 7. ‘अशुद्ध सारंग' (कविता संकलन)-पंचशील प्रकाशन (1992) जयपुर
- 6. ‘नींद में मोहनजोदड़ो' (कविता संकलन)-पंचशील प्रकाशन (1988) जयपुर
- एंटीगनी (ग्रीक नाटक) द्वारा सोफोक्लीज़ अनुवाद रणवीर सिंह पंचशील प्रकाशन, जयपुर, अस्सी रुपये, पृ 52, 2007 जिस सूचना क्रांति या कहें सूचना विस्फोट के युग में हम जी रहे हैं वहाँ थियेटर की भूमिका बहस का मुद्दा हो सकती है पर जब तक जीवनधारा प्रवाहित है, कलाओं की अहमियत में इजाफा ही होना है और थियेटर भीकतई इसका अपवाद नहीं है।
- 1. ‘जारी इतिहास के विरुद्ध' (लम्बी कविता)-लोक-सम्पर्क प्रकाशन (1973) जयपुर 2. ‘बेस्वाद हवाएं' (कवि-मोनोग्राफ)-राजस्थान साहित्य अकादमी (1981) उदयपुर 3. ‘घर-बाहर' (कविता संकलन-शिल्पी प्रकाशन (1982) उदयपुर 4. ‘कृपाल सिंह शेखावत'(कलाकार-मोनोग्राफ) राजस्थान ललित कला अकादमी (1984) जयपुर 5. ‘वृक्षों के स्वप्न' (कविता संकलन)-संघी प्रकाशन (1988) उदयपुर/जयपुर 6. ‘नींद में मोहनजोदड़ो' (कविता संकलन)-पंचशील प्रकाशन (1988) जयपुर 7. ‘अशुद्ध सारंग' (कविता संकलन)-पंचशील प्रकाशन (1992) जयपुर 8.
- 1. ‘जारी इतिहास के विरुद्ध' (लम्बी कविता)-लोक-सम्पर्क प्रकाशन (1973) जयपुर 2. ‘बेस्वाद हवाएं' (कवि-मोनोग्राफ)-राजस्थान साहित्य अकादमी (1981) उदयपुर 3. ‘घर-बाहर' (कविता संकलन-शिल्पी प्रकाशन (1982) उदयपुर 4. ‘कृपाल सिंह शेखावत'(कलाकार-मोनोग्राफ) राजस्थान ललित कला अकादमी (1984) जयपुर 5. ‘वृक्षों के स्वप्न' (कविता संकलन)-संघी प्रकाशन (1988) उदयपुर/जयपुर 6. ‘नींद में मोहनजोदड़ो' (कविता संकलन)-पंचशील प्रकाशन (1988) जयपुर 7. ‘अशुद्ध सारंग' (कविता संकलन)-पंचशील प्रकाशन (1992) जयपुर 8.